वाचन का महत्त्व: आयशा टॉक


पढ़ना एक अच्छी आदत है। पढ़ने से दिमाग की कसरत होती है और ध्यान बढ़ता है। यदि विद्यार्थी निरंतर पढ़ता रहे तो उसे परीक्षा के लिए चिंतित होने की आवश्यकता नहीं है। पढ़ने से जहाँ हमारा अभ्यास होता है, वहीं हमें ज्ञान भी प्राप्त होता है। ज्ञान मनुष्य के जीवन में बहुत आवश्यक है। ज्ञान हमारे मस्तिष्क को नए आयाम देता है और हमारी सोच को भी विकसित करता है।

शिक्षा के माध्यम से प्राप्त ज्ञान का अपना महत्त्व होता है। पढ़ने से देश - दुनिया की घटनाओं का ज्ञान होता है। शब्दकोष बढ़ता है और सोचने - समझने की क्षमता का विकास होता है। निरंतर पढ़ते रहने से पढ़ने की आदत बनेगी। सभी विषयों का ज्ञान होगा और याददाश्त बढ़ेगी। अगर हम निरंतर पढ़ेंगे तो दूसरों को ज्ञान बाँट सकेंगे।

कुछ बच्चे बहुत छोटे होते है, जो खुद पढ़ने के योग्य नहीं होते है। उन्हें अगर उनके अभिभावक या अध्यापक पढ़कर सुनाते हैं, तो वो बड़े ही ध्यान से सुनते हैं और कुछ बच्चे तो बहुत ही ज्यादा जिज्ञासु होते हैं। वो बीच - बीच में प्रश्न भी पूछते रहते हैं। वो हम जो पढ़ कर सुनाते है, उसे बहुत जल्दी ग्रहण कर लेते है। कुछ बच्चे चित्रों  देखकर भी पढ़ने का प्रयत्न करते हैं, अगर कोई चित्र के लिए शब्द नहीं समझ आता है तो हम लोग उनकी मदद करते हैं।  उनको सही शब्द या नाम बताने में इससे उनका शब्दकोष बढ़ता हैं। मनुष्य जीवन में वाचन का बहुत महत्त्व होता है।
Ayasha Tak #HappyTeachers
The Fabindia School, Bali
atk4fab@gmail.com

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