"जो देखें आंखों में चमकते हुए ख्वाब, वही बनाते हैं अपनी तक़दीर लाजवाब।"
"सपने देखो" पाठ डॉ. ए. पी. जे. अब्दुल कलाम के विचारों पर आधारित है, जो यह सिखाता है कि जीवन में सफल होने के लिए सपने देखना बहुत ज़रूरी है। सपने वही नहीं होते जो हम सोते समय देखते हैं, बल्कि असली सपने वे होते हैं जो हमें अपने लक्ष्य को पाने के लिए मेहनत करने को मजबूर करते हैं।
इस पाठ ने मुझे सिखाया कि जीवन में चाहे कितनी भी कठिनाइयाँ आएं, अगर हम अपने सपनों को सच करने की ठान लें, तो कोई भी हमें रोक नहीं सकता। डॉ. कलाम का जीवन और उनके विचार हर विद्यार्थी के लिए प्रेरणा देने वाले हैं।
"रुकावटें आएँगी, राह में अंधेरा होगा, लेकिन हौसलों का दीपक सदा सवेरा होगा।"
सपने वही, जो नींद चुराकर जगा दें, जो दिल में जुनून और हिम्मत जगा दें।
— ललिता पाल
"सपने वो बीज हैं, जो मेहनत की बारिश से खिलते हैं और आत्मविश्वास की धूप से चमकते हैं।"
"सपने देखो" पाठ से मैंने सीखा कि अपने जीवन में बड़े सपने देखना बहुत ज़रूरी है। सपने हमें आगे बढ़ने की प्रेरणा देते हैं और हमारे भविष्य को सुनहरा बनाते हैं। मैंने जाना कि सपनों को पूरा करने के लिए कड़ी मेहनत, धैर्य और आत्मविश्वास होना चाहिए।
इस पाठ में बताया गया है कि जीवन में सफलता पाने के लिए सबसे पहला कदम है — बड़े सपने देखना। सपने हमें दिशा और उद्देश्य देते हैं। बिना सपनों के हमारा जीवन एक बिना लक्ष्य की नाव की तरह हो जाता है।
सपने देखने के साथ-साथ उन्हें पूरा करने के लिए मेहनत करना भी बहुत ज़रूरी है। सपने चाहे कितने भी बड़े हों, अगर हम पूरे समर्पण और आत्मविश्वास के साथ प्रयास करें, तो उन्हें ज़रूर पूरा कर सकते हैं।
इस पाठ से मैंने यह भी सीखा कि असफलता से डरना नहीं चाहिए। कई बार रास्ते में कठिनाइयाँ आएंगी, लेकिन हमें अपने सपनों पर विश्वास रखते हुए आगे बढ़ते रहना चाहिए। जो लोग कभी हार नहीं मानते, वही अपने सपनों को साकार करते हैं।
"अपने सपनों पर विश्वास करो, मेहनत करो — और एक दिन वे सच ज़रूर होंगे।"
— साक्षी पाल"इस पाठ के माध्यम से हमें यह शिक्षा मिलती है कि हमारे लिए सपने देखना कितना महत्वपूर्ण है। सपने हमें हमारे लक्ष्य की ओर ले जाते हैं। जब हम सपने देखेंगे, तो हम अपना लक्ष्य अवश्य प्राप्त कर सकेंगे।"
सपने देखना हर व्यक्ति के जीवन में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। ये केवल सोते समय आने वाले दृश्य नहीं होते, बल्कि ये वो कल्पनाएँ और इच्छाएँ होती हैं जो हमें अपना भविष्य बेहतर बनाने के लिए प्रेरित करती हैं।
जब हम बड़े सपने देखते हैं, तो हमारे भीतर उन्हें पूरा करने का जुनून और दिशा दोनों उत्पन्न होती हैं। डॉ. ए. पी. जे. अब्दुल कलाम ने कहा था:
"सपने वो नहीं जो हम नींद में देखते हैं, सपने वो हैं जो हमें सोने नहीं देते।"
यह कथन हमें सिखाता है कि सपनों को सच करने के लिए मेहनत, संकल्प और निरंतर प्रयास की आवश्यकता होती है।
सपने देखना आशा और विश्वास की शुरुआत है। यह हमें अपनी सीमाओं से परे सोचने और नए रास्ते बनाने के लिए प्रेरित करता है। जीवन में कोई भी बड़ी उपलब्धि पहले एक छोटे से सपने के रूप में ही शुरू होती है।
इसलिए हमें हमेशा सपने देखने चाहिए — बड़े, सकारात्मक और उद्देश्यपूर्ण। और फिर उन्हें साकार करने के लिए पूरे समर्पण और लगन से मेहनत करनी चाहिए।
"हर सपना तब तक अधूरा है, जब तक उसे पूरा करने की ठान न लो।"
— रीना देवी"कुछ सपनों को जो पंख दिए, वो खुले आसमान में उड़ने लगे।"
सपने हमेशा बड़े देखने चाहिए। उन्हें पूरा करने के लिए कठिन परिश्रम का सामना करना पड़ता है। जब कोई परेशानी आती है, तो हमें उनसे लड़ने का साहस रखना चाहिए और अपनी मंज़िल को पाने के लिए प्रयास करते रहना चाहिए। अगर सफलता हासिल करनी है, तो खुद को इतना सक्षम बनाना होगा कि कोई भी परेशानी आए, तो हम उसका डटकर सामना कर सकें।
सफलता के पीछे हमेशा कड़ी मेहनत छिपी होती है। तभी हम अपने सपनों को पूरा कर सकते हैं।
हमारी सफलता में हमारे परिवार का सबसे बड़ा योगदान होता है। कई बार जब हम खुद को कमजोर समझते हैं, वही परिवार हमें हिम्मत देता है, हमारे सपनों को साकार करने के लिए प्रेरित करता है।
"सपने देखो" पाठ से यह सीख मिलती है कि आगे बढ़ो और अपने सपनों को पूरा करो।
— रुबल कौर

"सपने देखने के लिए तारों को उगना भी है, और उन्हें सच करने के लिए टूटना भी है।"
सपने देखने के लिए डरना नहीं चाहिए, क्योंकि सपने ही हैं जो हमें जीवन में आगे बढ़ने का जुनून और साहस देते हैं। जीवन में सफल होने के लिए हमें न केवल सपने देखने चाहिए, बल्कि उन्हें पूरा करने के लिए कठिन मेहनत भी करनी चाहिए। जीवन के हर मोड़ पर हमें अपने सपनों को साथ लेकर चलना चाहिए, ताकि सफलता की उम्मीद कभी न टूटे।
जितना हम अपने सपनों के साथ दृढ़ रहते हैं, उतनी ही उनकी पूर्णता की संभावना बढ़ती जाती है।
यदि कभी कोई सपना टूट भी जाए, तो हमें निराश नहीं होना चाहिए। बल्कि वहीं से फिर से नई उम्मीद और पहले से ज्यादा मेहनत के साथ शुरुआत करनी चाहिए।
"सपने देखने वालों के लिए रातें छोटी पड़ जाती हैं, और सपने पूरे करने वालों के लिए दिन।"
— साक्षी खन्ना
"एक सपने के टूटकर चकनाचूर हो जाने के बाद, दूसरा सपना देखने के हौसले को ज़िंदगी कहते हैं।"
हम सभी के जीवन में कोई न कोई सपना ज़रूर होता है, जो हमें कुछ बनने की प्रेरणा देता है।
जब हम सपना देखते हैं, तो हमारे भीतर एक लक्ष्य जन्म लेता है। और जब वह सपना हमारा जुनून बन जाता है, तब हम उसे पूरा करने के लिए दिन-रात मेहनत करते हैं। रास्ते में कठिनाइयाँ ज़रूर आएँगी, लेकिन अगर सपना सच्चा है और दिल से देखा गया है, तो मंज़िल ज़रूर मिलेगी।
सपने देखने का अधिकार सबका है, लेकिन उन्हें साकार करने की जिम्मेदारी हमारी है।
अगर हम सच्चे मन से सपना देखें, उस पर विश्वास करें और बिना रुके मेहनत करते रहें, तो कोई भी सपना अधूरा नहीं रह सकता।
"सपने देखो — बड़े सपने देखो, उन्हें अपने दिल से लगाओ और पूरी मेहनत से उन्हें पूरा करने की कोशिश करो, क्योंकि सपने ही हैं जो हमें हमारे असली जीवन से मिलाते हैं।"
सपने तुम्हारे हैं, तो पूरा भी तुम ही करोगे। ना ही हालात तुम्हारे हिसाब से होंगे, और ना ही लोग।
"जो सपने देखने की हिम्मत रखते हैं, वही पूरी दुनिया जीत सकते हैं।"
— स्वाति
"सपने वो नहीं होते जो आप नींद में देखते हैं, सपने वो होते हैं जो आपको नींद नहीं आने देते।"
— डॉ. ए. पी. जे. अब्दुल कलाम
इस पाठ से मैंने यह सीखा है कि अगर मैं कोई सपना देखती हूँ, तो उसका मतलब सिर्फ आंखें बंद कर लेना नहीं है। सपना वह नहीं होता जो आंखें बंद करके देखा जाए, सपना वह होता है जो आंखें खोल कर देखा जाए और फिर उसे पूरा करने के लिए जी-जान से मेहनत की जाए।
सपनों को साकार करने के लिए कठिन परिश्रम और निरंतर प्रयास की आवश्यकता होती है। अगर हम मेहनत करते हैं, तो कोई भी सपना या कार्य अधूरा नहीं रहता।
इसलिए जीवन में कभी भी मेहनत या काम करने से पीछे नहीं हटना चाहिए। कहते हैं,
"कोशिश करने वालों को उतना ही मिलता है जितना मेहनत करने वाले छोड़ जाते हैं।"
अगर आप कोशिश करते रहेंगे और हार नहीं मानेंगे, तो एक दिन आप अपने सपनों को पूरा होते हुए देखेंगे।
— सिमरन कौर

Founded in honour of Arthur E Foot, at the Arthur Foot Academy we empower the children of rural India to embrace the world with confidence.