"A smile, a helping hand – that's the sign of compassion."
संवेदना पाठ हमें यह सिखाता है कि दूसरों के दुःख (pain) और तकलीफ़ (suffering) को समझना और उसमें सहभागी होना (to participate in their emotions) ही एक सच्चे इंसान की पहचान है।
इस पाठ में लेखक ने दिखाया है कि एक छोटी-सी मदद (small help) या सहानुभूति (sympathy) किसी के जीवन में बड़ा बदलाव (big change) ला सकती है।
इस पाठ ने मुझे सिखाया कि हमें अपने आस-पास के लोगों की feelings को समझना चाहिए और उनके साथ empathy दिखानी चाहिए। एक छोटी-सी संवेदना भी किसी के जीवन में hope और comfort ला सकती है। आज की तेज़ रफ्तार जिंदगी (fast life) में लोग अक्सर दूसरों की emotions पर ध्यान नहीं देते।
लेकिन यह पाठ हमें याद दिलाता है कि हम सभी को एक-दूसरे के साथ होना चाहिए। अगर हम सभी संवेदनशील बनें, तो हम ऐसा environment बना सकते हैं जहाँ हर कोई safe, understood और accepted महसूस कर सके।
इस पाठ ने मुझे एक better human बनने की प्रेरणा दी है।
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