विद्यार्थी के दायित्व - राजेश्वरी राठौड़

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विद्यार्थी जीवन हमारे पूरे जीवन की नींव होती है और इसी समय हमें अपने कुछ दायित्व निर्धारित कर लेने चाहिए। दायित्व का अर्थ है जिम्मेदारी या दूसरे शब्दों में किसी कार्य की पूर्ति का भार। विद्यार्थी आने वाले समय के भारत के भविष्य हैं। विद्यार्थी देश और समाज के आधार है। 

अनुशासन में रहना विद्यार्थी का दायित्व विद्यार्थी को दायित्व संभालने से पहले यह विचार कर लेना चाहिए कि देश को किस क्षेत्र में उनका सहयोग चाहिए। आज हमारे देश में अशिक्षा और अस्वास्थ्य यह दो बड़ी समस्या इसलिए विद्यार्थियों को यह दायित्व लेना चाहिए कि वह पूरे भारत को शिक्षित और स्वस्थ बनाएंगे एक विद्यार्थी अपने नैतिक गुणों से अशिक्षित को शिक्षा प्रदान करें , तो जल्दी ही देश का प्रत्येक व्यक्ति शिक्षित हो जाएगा धार्मिक संस्कारों को 

अपने हृदय में विकसित करना अपने माता-पिता और बड़ों का कहना मानना चाहिए। इसी तरह हम समाज में रहते हैं समाज कीअन्य समस्याओं के प्रति लोगों को जागरूक करना चाहिए। विद्यार्थी जीवन का उद्देश्य जीवन के सभी रूपों का खुले नजरिए से देखना है और समस्याओं का समाधान करना जिससे देश और समाज की प्रगति हो।

राजेश्वरी राठौड़
The Fabindia School
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