खेल का हर मनुष्य के जीवन में महत्वपूर्ण स्थान है। हर मनुष्य के लिए अच्छे स्वास्थ्य का होना आवश्यक है। एक स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ मस्तिष्क होता है।
अध्ययन के साथ-साथ व्यायाम भी मनुष्य के सर्वांगिण विकास में सहायक है व्यायाम से मनुष्य तन और मन दोनों रूप से स्वस्थ होता है। खेलों से उनका शारीरिक और मानसिक विकास होता हैं खेलों से उनमें धैर्य, सहनशीलता का विकास होता हैं तथा इससे हमारे अन्दर आज्ञाकारिता और अनुशासन जैसे गुणों का विकास होता हैं।
खेल एक अच्छा मनोरंजन है खेल खेलने वालों का भी मनोरंजन होता है और देखने वालों का भी। हमारा जीवन भी खेल जैसा ही है जैसे जीवन में उतार-चढ़ाव आते हैं वैसे ही खेल में भी हार-जीत होती है और हम इससे बहुत कुछ सीखते हैं।
खेलों के द्वारा इंसान एक दूसरे के साथ सहयोग से रहता है। इससे हम अपने जीवन में आने वाली चुनौतियों से कैसे लडा जाता है वो सीखते हैं। खेल एक व्यायाम है जो हमारे शारीरिक अंगों के साथ-साथ मानसिक विकास भी करता है। इससे दिमाग का संतुलन बना रहता है। प्रत्येक मनुष्य को नियमित रूप खेलना चाहिए जिससे मस्तिष्क तनाव रहित रहता है तथा शरीर में सुस्ती नहीं रहती है।
इसलिए हम कह सकते हैं कि खेलों का हमारे जीवन में अत्यंत महत्वपूर्ण
स्थान है। इससे हमारे अन्दर आत्मविश्वास बढ़ता है एवं प्रगतिशील बनने के गुण उत्पन्न होते हैं।
Kusum
Dangi
The
Fabindia School, Bali <kdi4fab@gmail.com>