लाकडाऊन में बच्चों का ख्याल-कुसुम डाँगी

पूरे  देश  में  कोविड -19 के  कारण  लाकडाऊन  लगा  हुआ  है। हर  कोई  अपने  घरों  में  बंद है। विद्यालय
,कॉलेज आदि बंद  है। इन  सबके बीच  बच्चों  पर  सबसे  ज्यादा  असर  पड़  रहा  है जिसकी  वजह  से  उनमें चिड़चिडा़पन  आ रही है क्योंकि ना  तो वे  विद्यालय  जा रहे है। और  ना ही  घर  से बहार  अपने  दोस्तों के  साथ  खेलने  जा  सकते है। इसके  लिए। जरूरी है कि  घर  में  ही  उनके  लिए ऐसी  सुविधाएँ  की  जाए   जिसमें  उनमें चिड़चिड़ापन  ना  हो जैसे - बच्चों  के  लिए  रोल  मॉडल  बने। उनके   सामने स्वयं   एक  बेहतर  उदाहरण  बने  ताकि  उन  पर  सकारात्मक प्रभाव  पड़ें बच्चे  छोटे  हो  या  बडे़  या  बड़े  सभी  माता- पिता  का  प्यार  चाहते  है।  इसलिए  कुछ समय  निकालें  जो  सिर्फ  आपके  बच्चों  के  लिए  ही  हो  उस  समय  में  यह  जानने  की  कोशिश  करे  कि  वो  आपसे  क्या  चाहता  है ,उसकी पसंद   नापसंद जानने  की  कोशिश  करे  तथा  उसके  दिमाग  को  पढ़ने  की  कोशिश  करे।

उनके  पढ़ाई  के  समय  को  निर्धारित  करे  व  वो जो भी कार्य विद्यालय  द्वारा  दिया  जाता है उसका  अभ्यास करावें। जब  भी  आप  घर  में  कोई  कार्य  करे  तो  छोटे -छोटे कार्य में  उनकी  मदद  ले।
बच्चों  को  बीच-बीच  में   उनके  अध्यापकों  से  फोन  या विडियों कोल  के  जरिये  बात  करवाए तथा  उनके  साथ दोस्तों जैसा  व्यवहार  करे  और  उनके  लिए  घर में ही खेल की  व्यवस्था करे व उनके साथ खेल भी खेलें। इस  तरह  इस मुश्किल वक्त में उनकी  सहायता  कर  सकते है जिससे उन में सकारात्मकता का विकास हो।
कुसुम डाँगी, The Fabindia School

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