वर्तमान संकटकालीन परिस्थिति (करोना) एक विचार: धर्मेंद्र पोद्दार

आज सम्पूर्ण विश्व “करोना वाइरस” के संक्रमण के संकट से जूझ रहा है | चीन के वुहान शहर से उत्पन्न यह समस्या आज लगभग सम्पूर्ण विश्व में संक्रमण फ़ैल चुका है, और सम्पूर्ण विश्व में लाखों लोगों की जान ले चुका है… और लाखों की  संख्या में लोग संक्रमित हैं |

जहाँ तक अपने देश भारत की बात है, ---अपना देश भारत भी इस संक्रमण से बुड़ी तरह प्रभावित हो रहा है | किन्तु राहत की बात यह है कि – यहाँ रोगी में सुधार की गति काफ़ी तेज़ है, और मृत्यु दर कम है | यदि भारत में इसके संक्रमण के प्रसार पर दृष्टिपात करें तो हमें स्पष्ट परिलक्षित होता है की कुछ लोगों की नासमझी और धृष्टता और लापरवाही इस रोग को फ़ैलाने में सहायक रहे है |

हलांकि हमारी केंद्र सरकार और राज्य सरकार दोनों इस समस्या से निपटने के लिए जी-जान से कोशिश कर रही है, किन्तु इनकी कोशिश तभी सफ़ल हो सकती है --- जब हम सभी सरकार द्वारा दिए गए निर्देशों का अक्षरशः पालन करेंगे |  इस रोग से आतंकित होने की सबसे बड़ी वजह यह है की इस रोग का सम्पूर्ण विश्व में कोई कारगर इलाज़ नहीं है, और ना ही कोई दवा |

यदि हमें इस रोग से लड़ना है और इस रोग को हराना है तो हमें सरकारी नियमों का पालन करते हुए, सुरक्षा नियमों का समुचित पालन करना होगा तभी हमें “करोना वाइरस” या करोना संकट से मुक्ति मिलेगी अथवा हम करोना को हरा पायेंगे…. |

---धर्मेंद्र पोद्दार , भाषा विभाग प्रमुख, सेक्रेड हार्ट स्कूल, सिलीगुड़ी

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